पाठ – 2
शीर्षक – विष के दांत (Vish Ke Dant)
लेखक – नलिन विलोचन शर्मा
जन्म – 18 फरवरी 1916
मृत्यु – 12 सितम्बर 1961
लेखक का परिचय :- विष के दांत पाठ के लेखक नलिन विलोचन शर्मा जी है। इसका जन्म 18 फरवरी 1916 ई. में पटना के बदरघाट में हुआ था। इनकी प्रमुख रचनाएं दृष्टिकोण, साहित्य का इतिहास दर्शन, मानदंड, प्रेमचन्द , साहित्य तत्व और आलोचना इत्यादि है।
यह कहानी ‘’विष के दांत कहानी तथा अन्य कहानियाँ ‘’नामक ग्रन्थ से लिया गया है।
कहानी की प्रमुख बाते :- सेन साहब की पांच पुत्री थी’’ जिनका नाम – सीमा, रजनी लाजो, सेफाली,एवं आरती थी। एवं एक पुत्र था’’ जिसका नाम काशु ( खोखा ) था।
- मदन लटू घुमाने का खेल – खेल रहा था’’ तभी काशु से उसकी लड़ाई हो गई।
- मदन ने काशु के 2 दांत तोड़ दिए।
- काशु सेन साहब के बुढापे का आँखों का तारा था।
- सेन साहब की धर्म पत्नी ने कहा : ऐसे ही बच्चे चोर डाकू बनते है।
- महल और झोपडी की लड़ाई में अधिकतर महल वाले की ही जित होती है।
- यह कहानी महल वाले और झोपडी वाले के बिच है।
- घर के सभी मामलो में काशु अपवाद था।
1. सेन साहब के परिवार में बच्चो के पालन पोषण में किए जा रहे लिंग आधारित भेदभाव का अपने शब्दों में वर्णन कीजिये ?
उत्तर – सेन साहब के घर में बच्चो के पालन पोषण में लिंग के अनुसार भेदभाव किया जा रहा था। उनकी लडकियों के लिए पढ़ने , खेलने एवं हंसने के लिए अलग नियम बनाए गए थे। जबकि उनके बेटे काशु के लिए अलग नियम था।
2. खोखा किन मामलो में अपवाद था ?
उत्तर – सेन साहब का बेटा के लिए घर में बनाए गए नियम कानून के मामलो में अपवाद था। जैसे की – पढ़ाई , खेलकूद आदि।
3. सेन दंपति खोखा में कैसी संभवनाएं देखते थे’’ और उन संभावनाओं के लिए उन्होंने उसकी कैसी शिक्षा तय की थी ?
उत्तर – सेन साहब और उसकी पत्नी खोखा को इंजिनियर या बिजनेसमैन बनाना चाहते थे। इसके लिए सेन साहब ने अपने बेटे को स्कुल न भेजकर घर पर ही शिक्षा देने के लिए तय किया था।
4. मदन और ड्राइवर के बिच के विवाद के द्वारा कहानीकार क्या बताना चाहता है ?
उत्तर – मदन और ड्राइवर के बिच के विवाद के द्वारा कहानीकार यह बताना चाहता है। की महल वाले कभी यह नहीं चाहते की झोपडी वाले के बच्चे उनके कीमती सामानों के आप पास भी भटके।
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5. काशु और मदन के बिच झगडे का कारण क्या था’’ इस प्रसंग के द्वारा लेखक क्या दिखाना चाहते है ?
उत्तर – काशु और मदन के बिच झगडे का कारण लटू घुमाने का खेल था। इस प्रसंग के द्वारा लेखक यह बताना चाहता है। की झोपडी वाले लोग भी अपने अपमान का बदला ले सकते है।
6. आपकी दृष्टि में कहानी का नायक कौन है’’ तर्कपूर्ण उत्तर दे ?
उत्तर – मेरी दृष्टि में इस कहानी का नायक मदन है’’ क्योकि वह महल वाले सेन साहब से बिना डरे उसके ड्राइवर से लड़ जाता है’’ और उसके बेटे के दो दांत भी तोड़ देता है।
7. काशु का चरित्र चित्रण करे ?
उत्तर – काशु सेन साहब के बुढापे की आँखों का तारा था’’ सेन साहब उसे इंजिनियर या बिजनेसमैन बनाना चाहते थे’’ काशु अपने पिता द्वारा बनाए गए सभी मामलो में अपवाद था’’ घर के लाड- प्यार ने उसे बिगाड़ दिया था’’ वह बिना डरे किसी के ऊपर हाथ चला देता था।
8. सेन साहब का चरित्र चित्रण कीजिए ?
उत्तर – सेन साहब विष के दांत कहानी का मुख्य पात्र है’’ सेन साहब की पांच पुत्रियाँ और एक पुत्र है’’ वे अपने बच्चो के लिए घर पर अलग – अलग नियम बनाए है’’ वह अपने बेटे में बुढ़ापे का सहारा देखते है।
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9. मदन का चरित्र चित्रण करे ?
उत्तर – मदन विष के दांत कहानी का सबसे प्रमुख पात्र है’’ यह इस कहानी का नायक है’’ यह बिना डरे सेन साहब के ड्राइवर का विरोध करता है’’ एवं जब काशु इसके साथ गली में खेलने आता है’’ तो मदन उससे लड़ाई कर उसके दो दांत तोड़ देता है।
10. गिरधरलाल का चरित्र चित्रण करे ?
उत्तर – गिरधर लाल विष के दांत कहानी का एक मुख्य पात्र है’’ यह सेन साहब का किरानी और मदन का पिता है’’ मदन के द्वारा सेन साहब के बेटे से लड़ाई करने पर गिरधर लाल को काम से निकाल दिया जाता है।
11. नलिन विलोचन शर्मा के जीवनी को लिखे ?
उत्तर – नलिन वोलोचन शर्मा का जन्म 18 फरवरी 1916 में पटना के बदरघाट में हुआ था। वे महान विद्धवान पंडित राम अवतार शर्मा के जेष्ट पुत्र थे। उनके माता का नाम रत्नावती शर्मा था। इनकी आरम्भिक पढाई पटना विश्व विद्यालय से हुई थी। और पटना विश्व विद्यालय से उन्होंने संस्कृत और हिंदी में M.A किए। वह हर प्रसाद दास जैन कॉलेज आरा राज्य विश्व विद्यालय और अंत में पटना विश्व विद्यालय में शिक्षक के रूप में कार्य किए। इनकी कार्य कुशलता को देखते हुए इनको अध्यक्ष बना दिया गया।
12. कहानी के शीर्षक की सार्थकता स्पष्ट कीजिए ?
उत्तर – कहानी के शीर्षक की सार्थकता विष का दांत है ! यह कहानी का शीर्षक यह बताना चाहते है ! की अमीरी गरीबी का लडका और लडकी के बिच भेद्भाव को बताया गया है ! साथ ही पुरुष और स्त्री में लाचारी बताया गया है। हम जानते है की लडकियाँ समाज की एक प्रमुख अंग है। लेकिन समाज इन परिस्थितियों में उन्हें खोखला बना रही है। तथा दूसरी ओर गरीबी समाज को खाई में गिरा कर विष उत्पन्न कर रहा है।
13. सप्रसंग व्याख्या कीजिए
क. लडकियाँ क्या है ! कठपुतली है ! और उनके माता पिता को इस बात का गर्व है ?
उत्तर – प्रस्तुत पंक्ति हमारे पाठ पुस्कत हिंदी पाठ के विष के दांत शीर्षक से लिया गया है ! जिसका लेखक नलिन विलोचन शर्मा है। इस पंक्ति के माध्यम से कवि यह बताना चाहते है। की सेन साहब के 5 लडकियाँ है ! ये सभी लडकियाँ कठपुतलियाँ जैसी है ! यानी वे नियम के साथ चलती है ! मानो तो सचमुच में यह सन कठपुतलियाँ ही है ! क्योकि उनकी शारीरिक एवं मानसिक विकास का अभाव है ! जो उनके माता पिता के द्वारा दिया गया है।
ख. खोखा के दुर्लित स्वभाव के अनुसार ही सेनो नए सिद्धांतो को भी बदल लिया था ?
उत्तर – प्रस्तुत पंक्ति हमारे पाठ पुस्कत हिंदी पाठ के विष के दांत शीर्षक से लिया गया है ! जिसका लेखक नलिन विलोचन शर्मा है। इस पंक्ति के माध्यम से कवि यह बताना चाहते है। की सेन साहब की 5 लडकियाँ होने के बाद उनके यहाँ खोखा का जन्म हुआ। जो उनके आँखों का तारा था ! जो सेन साहब का एकलौता पुत्र था ! जो स्वभाव से अच्छा नहीं था ! उनके लिए कोई नियम कानून नहीं था ! वह किसी भी चीज को ज्यादा तोड़फोड़ ही करता रहता था।जिससे दंपति को लगता था। की खोखा का स्वभाव इंजिनियर बनने का है। वह लाखो गलती करता था ! फिर भी उन लोगो नए खोखा के स्वभाव के अनुसार अपना सिद्धांत को ही बदल लिया था।
विष के दांत का प्रश्न उत्तर
ग. ऐसे ही लडके आगे चलकर गुंडे चोर और डाकू बनते है ?
उत्तर – प्रस्तुत पंक्ति हमारे पाठ पुस्कत हिंदी पाठ के विष के दांत शीर्षक से लिया गया है ! जिसका लेखक नलिन विलोचन शर्मा है ! इस पंक्ति के माध्यम से कवि यह बताना चाहते है ! की सेन साहब के एक नई गाडी होती है ! जो नया माँडल का 7500 में आई है ! उसको मदन छूने का प्रयास करता है ! जिसको देखकर ड्राइवर उससे झगड़ने लगता है ! तथा ड्राइवर मदन को धक्का दे देता है ! और रोबदारी के साथ कहता है। की देखो मदन की माँ फिर ऐसी हरकत नहीं करने देना ! उसी समय सेन साहब के मुंह से निकलता है ! की ऐसे ही लड़के चोर डाकू और बदमाश बनते है।
घ. हंस कौवा की जमात में शामिल होने के लिए ललक गया ?
उत्तर – प्रस्तुत पंक्ति हमारे पाठ पुस्कत हिंदी पाठ के विष के दांत शीर्षक से लिया गया है !! जिसका लेखक नलिन विलोचन शर्मा है ! इस पंक्ति के माध्यम से कवि यह बताना चाहते है ! की समाज में अमीरी और गरीबी के बिच एक बहुत बड़ी खाई है ! जहां खोखा एक अमीर बाप का लड़का रहता है ! जबकि मदन एक गरीब परिवार का था। खोखा गरीब बच्चो के साथ लटू खेलना चाहता था। लेकिन मदन उसका विरोध करता था। वह अपने टीम में खोखा को सम्मिलित नहीं होने देना चाहता था | इसलिए इस पंक्ति के माध्यम से बताया गया है। की खोखा हंस है ! जबकि मदन कौवा का रूप माना गया है। तथा यह दोनों मिलने को आतुर है।
14. सेन साहब के और उनके मित्रो के बिच क्या बातचीत हुई ! और पत्रकार मित्र नए किस तरह का उत्तर दिया ?
उत्तर – सेन साहब और उनके मित्रो के बिच अपने अपने बच्चो के भविष्य के बारे में बातचीत हो रही थी !! सेन साहब अपने मित्रो से बारबार कहते थे। की मेरा बेटा एक इंजिनियर बनेगा। वह इस बात को हमेशा बोलते रहते थे। यहाँ तक उनके परिवार वाले भी उन्ही के पक्ष में उसी थे !! उसी बिच पत्रकार मित्र महोदय कह दिए की मै अपने बेटे को तो सबसे पहले एक नेक सभी व्यक्ति बनाना चाहता हूँ !! उसके बाद वह जो चाहे बन सकता है।
Bseb Class 10 Hindi Notes Chapter 2 Vish Ke Dant Question Answer
15. महल और झोपडी वाले की लड़ाई में अक्सर महल वाले ही जीतते है। और उसी हलात में दुसरे झोपडी वाले उनकी मदद अपने ही खिलाफ करते है। लेखक के इस कथन को कहानी से एक उदाहरण देखर स्पष्ट करे ?
उत्तर – लेखक नए इन पंक्ति में समाज के बिच उत्पन्न हो रहे बाधाओं के बारे में बता रहे है ! उनका कहना सत्य है !! की महल औए झोपडी वाले की लड़ाई में अक्सर महल वाले ही जीतते है ! क्योकि झोपडी वाले अपनी दरिद्रता के कारण महल वालो की ही सहायता करते है ! महल वाले झोपडी वाले में फुट डालते है। और अपना उल्लू सीधा कर लेते है।
16. रोज रोज अपने बेटा मदन की पिटाई करने वाला गिरधर लाल मदन द्वारा खोखा की पिटाई करने पर उसे पीटने के बजाय अपनी छाती से क्यों लगा लेता है ?
उत्तर – गिरधर जो बार बार मदन की पिटाई करते थे ! आज मदन द्वारा खोखा की पिटाई करने पर उसे मारने के बजाए सिने से इसलिए लगा रहे है ! की उसे पहली बार झोपडी वाले की जीत की महक मिली है ! वह पुराने समय से चलती आ रही परम्परा के घेरे से बाहर आए है ! उन्हें आजादी का स्वाद महसूस हुआ है।
17. आरंभ से ही कहानीकार का स्वर व्यंगपूर्ण है। ऐसे कुछ प्रमाण उपस्थित करे ?
उत्तर – कहानी आरंभ से लेकर अंत तक व्यंग पर आधारित है ! यह समाज के आदर्शो की सच्चाई को समाज के समूह रखना चाहते है ! कहानी के प्राय सभी पंक्ति व्यंग्यात्मक है।