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Bihar Board Class 12th Hindi Chapter 11 Haste Hue Mera Akelapan
पाठ – 11
शीर्षक : हस्ते हुए मेरा अकेलापन
लेखक : मलयत
जन्म : 1935 में
निवास स्थान : आजमगढ़ उत्तरप्रदेश
1. डायरी क्या ‘है’ डायरी विधा का अर्थ स्पष्ट करे ?
उत्तर – डायरी हिंदी साहित्य की वह विधा है ! जिसमे व्यक्ति अपने मन के बातो को कागज पर उतारता है ! वस्तुतः डायरी मन का कूड़ा है ! यह लेखनीय अभ्यास का उत्तम माध्यम है ! इसमें टठास्ता का निर्वहन करण पड़ता है ! इसके द्वारा लेखक को लेखन समाग्री मिलती है ! डायरी लेखन कुछ लेखको का जीवन जीने जैसा है |
2. डायरी का लिखा जाना क्यों मुश्किल है ?
उत्तर – डायरी मन का कूड़ा है ! डायरी में शब्दों और अर्थो के बिच तठरता कम रहती है ! डायरी में व्यक्ति अपनी मन की बातो को कागज में उतारता है ! वह अपनी यर्थात को अपने समझने योग्य शब्दों को लिखता है ! डायरी खुद के लिए लिखी जाती है ! दुसरे के लिए नहीं डायरी लिखने में अपने भाव के अनुसार शब्द नहीं मिल पते है ! यदि शब्दों का भंडार है ! तो उन शब्दों के लायक वे भावहीन नहीं होते है ! शब्द भवार्थ के आंशिक मेल के कारण डायरी का लिखा जाना मुश्किल है |
3. किस तारीख की डायरी आपको सबसे प्रभावित लगी ?
उत्तर – 10 मई 1978 को डायरी सबसे प्रभावित नजर आती है ! इस डायरी में लेखक नए पाने यर्थात के बारे में लिखा है ! उन्होंने जीवन की सच्चाइयो से अपने को रु बरु बातुबी से करवाया है ! उन्होंने इस डायरी के माध्यम से स्पष्ट यह दिखाया है ! की मनुष्य यर्थात जीता भी है ! और इसका रचयिता भी है ! इस डायरी की एक मूल बात जो बड़ी घरे को छूती है ! वह है ! रचे हुए यर्थाथो का स्वतंत्र हो जाना |
Class 12th Hindi 100 Marks Subjective Notes गद्य खण्ड | |
पाठ – 1 | बातचीत |
पाठ – 2 | उसने कहाँ था |
पाठ – 3 | सम्पूर्ण क्रांति |
पाठ – 4 | अर्धनारीश्वर |
पाठ – 5 | रोज |
पाठ – 6 | एक लेख और एक पत्र |
पाठ – 7 | ओ सदानीरा |
पाठ – 8 | सिपाही की माँ |
पाठ – 9 | प्रगीत और समाज |
पाठ – 10 | जूठन |
पाठ – 11 | हँसते हुए मेरा अकेलापन |
पाठ – 12 | तिरिछ |
पाठ – 13 | शिक्षा |
Class 12th Hindi Subjective Notes पद्य खण्ड | |
पाठ – 1 | कड़बक |
पाठ – 2 | सूरदास के पद |
पाठ – 3 | तुलसीदास के पद |
पाठ – 4 | छप्पय |